07 अक्टूबर का इतिहास

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07 अक्टूबर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार वर्ष 2017 का 281 वॉ  दिन है, साल मे अभी 85 दिन बाकी है।

07 अक्टूबर 1586 को मुगल सेना ने कश्मीर में प्रवेश किया।

07 अक्टूबर 1708 को सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी की हत्या कर दी गई।

07 अक्टूबर 1868 को अमेरिका में कोर्नोल विश्वविद्यालय खुला, इसमें 412 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था जो उस समय की सबसे बड़ी संख्या थी।

07 अक्टूबर 1891 को स्वतंत्रता सेनानी तथा महात्मा गाँधी के निकट सहयोगी नरहरि पारिख का जन्म हुआ।

07 अक्टूबर 1914 को भारत की प्रसिद्ध गजल गायिका बेगम अख्तर का जन्म हुआ

07 अक्टूबर 1924 को प्रसिद्ध कवि एवं आलोचक विजयदेव नारायण साही का जन्म हुआ ।

07 अक्टूबर 1950 को मदर टेरेसा ने कोलकाता में मिशनरीज ऑफ चैरीटी की स्थापना की थी।

07 अक्टूबर 1959 को सोवियत संघ के अंतरिक्षयान लूनर-3 द्वारा चंद्रमा के छिपे हिस्से की तस्वीर ली गई। पृथ्वी से चंद्रमा का केवल एक ही भाग देखा जा सकता है।

07 अक्टूबर 1961 को  प्रसिद्ध क्रांतिकारी व्यक्ति केदारेश्वर सेन गुप्ता का निधन हुआ ।

07 अक्टूबर 1971 को केरल के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी नेता, स्वतन्त्रता सेनानी और समाज सुधारक के. केलप्पन का निधन हुआ।

07 अक्टूबर 1978 को भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी जहीर खान का जन्म हुआ ।

07 अक्टूबर 1979 को भारतीय मॉडल, अभिनेत्री एवं मिस वर्ल्ड युक्ता मुखी का जन्म हुआ ।

07 अक्टूबर 1922 को प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बली राम भगत का जन्म हुआ ।

07 अक्टूबर 1992 को भारत में त्वरित कार्यवाइ बल का गठन किया गया था।

07 अक्टूबर 1997 को भारत और रूस सुरक्षा सहयोग 2010 तक बढ़ाने के लिए सहमत हुए ।

07 अक्टूबर 1997 को सूर्य बहादुर थापा द्वारा नेपाल के नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया।

07 अक्टूबर 2000 को  जापान में मानव क्लोनिंग दंडनीय अपराध घोषित किया गया।

07 अक्टूबर 2001 को आतंकवाद के ख़िलाफ अमेरिका का ऑपरेशन 'एड्योरिंग फ़्रीडम' शुरू किया।

07 अक्टूबर 2003 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कट्टरपंथियों के खिलाफ अभियान जारी रखने की घोषणा की।

07 अक्टूबर 2003 को हॉलीवुड के एक्शन अभिनेता अर्नाल्ड श्वार्जनेगर पहली बार अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत के गवर्नर चुने गए ।

07 अक्टूबर 2008 को फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास चार दिन की राजकीया यात्रा पर भारत पहुंचे।

07 अक्टूबर 2011 को लाइबेरिया की राष्ट्रपति एलेन जानसन सरलीफ और शांति व महिला अधिकार कार्यकर्ता लीमेह जीबोई तथा यमन की तवाकुल करमान को शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई।